legal notice in hindi

legal Notice: सुलह का एक माध्यम

Legal Notice के बारे में हम अक्सर सुनते है। हमारे पडोस में रहने वाले Mr. Kabir को किसी ने cheque दिया था, लेकिन cheque bounce हो गया।  Mr kabir ने उससे संपर्क किया,लेकिन वह पैसे देने से मुकर गया।  Mr. Kabir vakil के पास जाते है। वक़ील case file करने से पहले एक Legal Notice भेजने की सलाह देते है। क्या होता है, the Legal Notice? क्या इसे हम ख़ुद बना सकते है? किन केस में  Legal Notice दिया जाता है ? इस article में हम इन सभी बातों को जानेंगे।

क्या होता है Legal Notice

जैसा की हम notice के बारे में जानते है कि इसके माध्यम से दूसरे को information दी जाती है और जब यह information किसी legal litigation से संबंधित हो तो इसे legal Notice कहते है।

Legal Notice में opposite party को हम अपने problem ,complain या grievances को बताते है और हम उनसे क्या चाहते है। साथ ही,यह भी चेतावनी देते है, कि यदि opposite party ने हमारे complain problem या grievances को solve नहीं किया तो हम formal legal proceeding शुरू कर देंगे,यानि court में case file कर देंगे।

कानून का कहता है

Civil case में legal notice भेजना जरूरी है। Criminal case में यह एक दो मामलों को छोड़कर भेजना जरूरी नहीं है।

Civil procedure code के section 80 में Legal notice भेजने का प्रावधान है। इसी तरह अन्य कानूनों जैसे Negotiable instrument act के तहत Legal Notice भेजने का प्रावधान है।

क्यों जरूरी है legal notice भेजना

पहले तो case file करने से पहले court खुद पूछता है कि आपने opposite party को समय दिया या नहीं या legal notice भेजा या नहीं।

दूसरा, कि legal notice भेजने से विवाद आपसी सुलह से सूलट सकता है,और हो सकता है कि बात court तक नहीं पहुँचे।

यानि यह एक वाद पूर्व (pre-litigation) सुलह का भी एक माध्यम है। 

वैसे भी कोर्ट का फैसला आने में सालों लग जाते है। यदि legal notice पाकर party किसी बिंदु पर सुलह कर ले तो विवाद court तक पहुचेंगा ही नहीं।

क्या लिखना होता है Legal Notice में

  • Legal notice आप अपने vakil के letterhead में भेज सकते है,जिसमे आपके vakil का नाम और पता लिखा होता है।

  • Name and address आप या आपके vakil का नाम और पता औऱ पाने वाले का नाम और पता 

  • Complain या grievances को detail में लिखना होता है।

  • Communication पिछले जिनते भी, (मामले से संबंधित) communication जो letter, telephone, mobile email के माध्यम से हुई है, को लिखा जाता है।

  • Remedy आप क्या remedy चाहते है, इसे लिखें।

  • Warning, कि आप formal legal proceeding initiate करेंगे यानि court में case file करेंगे।

  • Action लेने के लिए दिया गया समय ,15 दिन से लेकर 60 दिनों तक

  • Signature ,legal notice में आपका यदि आप खूद legal notice भेज रहें है या फिर आपके वकील का signature होगा यदि आप vakil के माध्यम से legal notice भेज रहे है।

सभी legal notice case to case मामूली अंतर को छोड़कर एक जैसें प्रारूप के होते है।

कितना समय देना होता है legal notice का जबाब देने के लिए

यह case पर depend करता है। जैसे cheque bounce के case में 15 दिन,या अधिकतर civil मामलों में 30 दिनों का समय दिया जाता है।

किसी Government को आप legal notice भेज रहे है तो 60 दिन

क्या तरीका है legal notice भेजने का

Legal notice भेजने से पहले आप opposite party को telephone या email से बात कर सकते है,या simple letter भी भेज सकते है,जिसमे आपका प्रयास मामले को amicably सुलझाना होता है। इसका भी साक्ष्य आप रखें।

इतने से बात न बने तो आप legal notice भेजने का सोचें।

Legal Notice अब खुद भी बना सकते हैं,लेकिन यह सलाह दी जाती है कि आप Legal Notice किसी विशेषज्ञ या किसी वकील से बनवाएं।

Legal notice registered post से भेजें और साथ से acknowledgment card भी लगा दें ताकि opposite party का response पता चल सकें।

एक Duplicate copy अपने पास रख लें।

Receiving या पावती अपने पास संभालकर रखें।

किन मामलों में legal Notice भेजा जा सकता है

Legal notice बहुत से मामलों में भेजा जाता है, जैसे-

  1. सम्पति या जायदाद बंटवारे के मामलों में
  2. चेक बोन्स के मामलों में
  3. पारिवारिक विवाद जैसे तलाक़, मेंटेनेन्स, बच्चों की कस्टड़ी
  4. वेतन,मजदूरी से संबंधित मामलों में
  5. ख़राब समान या सेवा के मामलों में

ये सिर्फ उदाहरण मात्र है। इसके अलावे कोई मामलों में Legal Notice भेजना अनिवार्य है।

Fee या खर्च

यदि legal notice आप खूद तैयार करते है,तो सिर्फ कागज़ और पोस्ट करने का खर्च आता है।

और यदि आप वक़ील के द्वारा legal Notice भेजते है, तो 1000 से 5000 रुपये तक खर्च आ सकता है।

Legal Notice मिलने के बाद क्या करें

  • Legal Notice को ध्यान से पढ़ें

  • देखे की क्या Action लेना है,

  • यदि समझ न आये तो किसी वकील से परामर्श लें

  • Vakil से एक Reply बनवा लें

  • Reply दिए गए समय के अंदर Registered post email या जिस माध्यम से legal notice आया था, उस माध्यम से भेजें

  • देखे की क्या मामला outside court या amicably settle हो सकता है।  

भ्रांतियां

  • Legal notice receive नहीं करना चाहिए।

लीगल नोटिस रजिस्टर्ड डाक से भेजे जाते हैं। यदि आप रिसीव नहीं करते हैं तो भी कानून यह मान कर चलता है कि ,आपको Notice मिल गई है।

  • दूसरा लीगल नोटिस भेजना कोई जरूरी नहीं है

कई मामलों में कोर्ट खुद पूछता है कि अपने सामने वाले को समय दिया या नहीं और इस आधार पर परिवाद रद्द भी किया जा सकता है।