जो प्रमाण पत्र मंदिर, मस्जिद, चर्च या अन्य धार्मिक संस्थानों द्वारा दिया जाता हैं वह, सिर्फ इस बात का प्रमाण होती हैं कि शादी उनके संस्थान में हुआ हैं।
यह शादी का प्रमाण के रुप में स्वीकार नहीं किया जा सकता,क्योंकि इसे हमेशा चुनौती दी जा सकती हैं।
इस article में हम Marriage certificate से होने वाले लाभ को समझेंगे।
marriage certificate शादी को साबित करने में
marriage certificate शादी को साबित करने में का एक कानूनी दस्तावेज़ हैं। यह हर जगह स्वीकार किया जाता हैं,दूसरें देश में भी।
भविष्य में होने वाले विवाद विवाह सर्टिफ़िकेट
यदि पति या पत्नी विवाह से इंकार करते है तो marriage certificate शादी का वैध दस्तावेज़ होने के कारण ,नहीं कर सकते।
दोनों पक्षों को किसी भी दुखद परिस्थिति में मेरे सर्टिफ़िकेट शादी के दिन और उसकी वैधता को स्पष्ट करता है,चाहे सिविल मामला हो या क्रिमिनल या तलाक या भरण पोषण से संबंधित मामला हो।
वीज़ा बनवाने में
Spouse visa बनवाने में marriage certificate बड़े काम आता हैं ।
बैंक/ LIC / Mutual fund के claim लेने में
Spouse के death पर बैंक , LIC, insurance,mutual fund में claim लेने में marriage certificate एक जरुरी दस्तावेज़ हैं।
पति या पत्नी का passport में नाम जोड़ने में
पति या पत्नी का नाम पासपोर्ट में जोड़ने के लिए, अब मैरिज सर्टिफ़िकेट एक अनिवार्य दस्तावेज़ है
वसीयत को साबित करने में
मृतक की संपत्ति और जायदाद पर claim करने में अब marriage certificate एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हैं।
NRI से संबंधीत विवाद में
विदेश में पति के द्वारा शादी होने से इंकार किया जाता है या पत्नी को त्याग दिया जाता है या बुरा व्यवहार किया जाता है, मारा-पिटा जाता है तो ऐसी स्थिति में मैरिज सर्टिफ़िकेट एक बेहतर दस्तावेज़ साबित होता हैं,जिसके आधार पर पति के विरुद्ध कानूनी लड़ाई लड़ी जा सकती है
रिकॉर्ड और आँकड़े रखने में
Marriage certificate सरकार को विवाह संबंधित आंकड़े और रिकॉर्ड रखने में मदद करता है, जिसके आधार पर सरकार अपनी नीतियाँ बनाती करती है।
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